व्यक्तिगत कहानियाँ

परमेश्वर ने उनके जीवनों को बदल दिया है

परमेश्वर जीवनों को बदल देता है। नीचे दिए लोगों का जीवन इस बात की गवाही है उसके प्रेम और भलाई की। उनकी कहानियों के सत्य की खोज करें। जो कभी दिल को छू लेने वाली तो कभी हँसी मज़ाक से भरी होती है। और कभी सख्त लेकिन वह पूरी तरह से किसी अदभुत विषय से जुड़ी रहती हैं।

सलीम की गवाही

सलीम वह सब करता था जो उसे जीवन में मज़ा देता था और उसके जीवन को आनन्दमय बनाता था। परन्तु मन के अन्दर कहीं पर वह बहुत ही बेचैन और परेशान रहता था। उसका कहना था मेरे अन्दर एक अनजानी सी आवाज़ सदा मुझ से कहती रहती थी कि मैं सब कुछ गलत कर रहा हूँ।

एक आदमी एक गढ़े में गिर गया था

एक आधूनिक दृष्टान्त का एक टुकड़ा है जहाँ एक व्यक्ति संसार के हर धर्म में परमेश्वर के वायदों को खोज रहा है।

विनीफ़रेड मोजेस की गवाही

विनिफ्रेड मोसेस अपने परिवार से सम्पूर्ण हृदय से प्यार करती थी। वह उनके लिये अपना जीवन जी रही थी। उसे अपने पति एवं बच्चों को खुश देखकर बहुत खुशी एवं सन्तुष्टि होती थी कि वह उनके लिये यह सब कर पा रही है। उसके पति एवं बच्चों को शिकायत का कोई अवसर नहीं मिलता था क्योंकि वह एक अच्छी पत्नि एवं माँ थी। वह हमेशा उन्हें खुश और आरामदायक रखने के रास्ते ढूँढती रहती थी। उसकी नौकरी उसका दूसरा शौक थी जिसे वह सर्वोत्तम तरह से करती थी।

विक्रम शिन्डे की गवाही

विक्रम शिन्डे एक विकलाँगता से ग्रसित व्यक्ति था पर इस बात ने उसे कभी भी क्रिकेट खेलने नहीं रोका था। विक्रम का कहना है, मैं क्रिकेट का दीवाना हूँ। मुझे क्रिकेट से बहुत प्यार है विशेषकर इस लिए क्योंकि मेरा परिवार खेलों का दीवाना है। मेरे पिता राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के खिला़ड़ी थे।

सलीम की गवाही

सलीम वह सब करता था जो उसे जीवन में मज़ा देता था और उसके जीवन को आनन्दमय बनाता था। परन्तु मन के अन्दर कहीं पर वह बहुत ही बेचैन और परेशान रहता था। उसका कहना था मेरे अन्दर एक अनजानी सी आवाज़ सदा मुझ से कहती रहती थी कि मैं सब कुछ गलत कर रहा हूँ।

एक आदमी एक गढ़े में गिर गया था

एक आधूनिक दृष्टान्त का एक टुकड़ा है जहाँ एक व्यक्ति संसार के हर धर्म में परमेश्वर के वायदों को खोज रहा है।

विनीफ़रेड मोजेस की गवाही

विनिफ्रेड मोसेस अपने परिवार से सम्पूर्ण हृदय से प्यार करती थी। वह उनके लिये अपना जीवन जी रही थी। उसे अपने पति एवं बच्चों को खुश देखकर बहुत खुशी एवं सन्तुष्टि होती थी कि वह उनके लिये यह सब कर पा रही है। उसके पति एवं बच्चों को शिकायत का कोई अवसर नहीं मिलता था क्योंकि वह एक अच्छी पत्नि एवं माँ थी। वह हमेशा उन्हें खुश और आरामदायक रखने के रास्ते ढूँढती रहती थी। उसकी नौकरी उसका दूसरा शौक थी जिसे वह सर्वोत्तम तरह से करती थी।

विक्रम शिन्डे की गवाही

विक्रम शिन्डे एक विकलाँगता से ग्रसित व्यक्ति था पर इस बात ने उसे कभी भी क्रिकेट खेलने नहीं रोका था। विक्रम का कहना है, मैं क्रिकेट का दीवाना हूँ। मुझे क्रिकेट से बहुत प्यार है विशेषकर इस लिए क्योंकि मेरा परिवार खेलों का दीवाना है। मेरे पिता राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के खिला़ड़ी थे।